वक़्त ने ज़िन्दगी के हर पड़ाव पर,
मेरे लिए कुछ सितारे भेजे,
आँखों में सावन न आये,
इस वास्ते कुछ नज़ारे भेजे,
आँधियों में कहीं खो न जाऊं,
संभालने को कुछ सहारे भेजे,
शुक्रिया! अदा करती हूँ ऊपर वाले का,
फरिश्तों के लिबास में जो दोस्त इतने प्यारे भेजे..!
(C) Rachana Kulshrestha
7th Aug 2011
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