Saturday, August 4, 2012

~~~कोई सुबह सुहानी सी ~~~



Wednesday, June 27, 2012
कभी लगती है हर शै ज़िन्दगी की बेमानी सी 
कभी लगती है मेरी कहानी, तेरी जुबानी सी  
कभी मचलती है आसमान पे कोई घटा दीवानी सी
कभी मन को लुभा जाती है कोई सुबह सुहानी सी 
कभी कुलांचे भरती लहरें, ज्यों अल्हड़ कोई जवानी सी
कभी इनपे कविता करती, एक लड़की अनजानी सी 

© रचना कुलश्रेष्ठ 
२७ जून २०१२




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